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किडनी की पथरी एक ऐसी समस्या है जिसमें शरीर के अंदर छोटे गाठों का उत्पन्न होना शामिल है। यह समस्या दर्दनाक हो सकती है और अगर सही समय पर उपचार न किया जाए तो यह गंभीर स्थिति में बदल सकती है। इस समस्या का उपाय करने के लिए आहार में परिवर्तन करना एक महत्वपूर्ण कदम है। इस लेख में, हम किडनी की पथरी रोगियों के लिए आहार की महत्ता पर चर्चा करेंगे और कुछ उपयुक्त आहार विकल्पों के बारे में जानेंगे।
1. पानी पीना :
पानी पीना सबसे महत्वपूर्ण है। यह किडनी स्टोन के गाठों को बहार निकालने में मदद करता है। रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।
2. मीठे पेय पदार्थों का सेवन कम करें:
मीठे पेय पदार्थों में अक्सर फ्रुक्टोज होता है, जो यूरिक एसिड का निर्माण बढ़ा सकता है. जूस, फ्रूट ड्रिंक्स, और मिठाइयों का सेवन कम करें.
3. फलों का सेवन फायदेमंद हो सकता है:
अधिकांश फलों में साइट्रेट होता है, जो किडनी की पथरी को रोकने में मदद करता है. संतरा, नींबू, मौसमी जैसे खट्टे फलों का सेवन बढ़ाएं सेब, नाशपाती, तरबूज जैसे अन्य फल भी फायदेमंद हो सकते हैं.खट्टी फलों को अधिकतम मात्रा में खाना चाहिए।
4. सब्जियों का सेवन बढ़ाएं:
हरी पत्तेदार सब्जियों के अलावा (जिनमें ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है), अन्य सब्जियां किडनी की सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं. गाजर, ब्रोकली, फूलगोभी,अमला, खरबूज, खीरा, गाजर, शिमला मिर्च, गोभी, गाजर, जैसी सब्जियों को अधिकतम मात्रा में खाना चाहिए। इनमें पानी की मात्रा भी अधिक होती है जो किडनी की पथरी को बाहर निकालने में मदद करती है।
5. फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें:
फाइबर युक्त आहार मूत्र प्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करता है और पाचन क्रिया को सुचारू बनाता है. साबुत अनाज, दालें, फलियां और सब्जियों में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
6. तेज मसाले और तीखे खाने:
तेज मसाले, मिर्च, मसालेदार खाने से बचना चाहिए क्योंकि ये किडनी की पथरी की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
7. शराब का सेवन सीमित करें:
शराब का सेवन निर्जलीकरण का कारण बन सकता है और यूरिक एसिड के स्तर को भी बढ़ा सकता है. शराब का सेवन कम करें या पूरी तरह से बंद कर दें.
8. नमक की मात्रा को कम करें:
नमक का सेवन कम करना चाहिए क्योंकि ज्यादा नमक की मात्रा से पानी की निष्क्रियकरण की गति बढ़ जाती है जिससे किडनी की पथरी का खतरा बढ़ जाता है।
9. प्रोटीन:
प्रोटीन की मात्रा को सीमित रखें, क्योंकि अधिक प्रोटीन लेने से किडनी की पथरी का खतरा बढ़ सकता है। अच्छे प्रोटीन स्रोत में मछली, मांस, अंडे, दालें और पनीर शामिल होते है
अतिरिक्त टिप्स:
1 .एक्सपर्ट आयुव्रेदिक डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा ना लें
2. अपने मूत्र का पीएच लेवल जांच कराएं. साइट्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ मूत्र को थोड़ा क्षारीय (alkaline) बना सकते हैं, जो कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन के निर्माण को रोकने में मदद करता है
3. गर्मी के मौसम में या व्यायाम के बाद तरल पदार्थों का सेवन और भी बढ़ा दें
4.अपने वजन को नियंत्रित रखें मोटापा किडनी की बीमारी और किडनी की पथरी के खतरे को बढ़ा सकता है
5. शरीर में पानी की कमी होना
6.अम्लीय (acidic) के विपरीत
7. आहार से प्राप्त पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए लिया जाने वाला पदार्थ
आयुर्वेदिक दवाईयाँ:
किडनी की पथरी का इलाज कैसे करें? इसका मतलब यह है कि आप या आपक घर के सदस्य किडनी की पथरी की समस्या से पीड़ित हैं। किडनी की पथरी को ठीक करने का सबसे अच्छा और सस्ता तरीका सात्विक मंत्रा का क्रिस्टल क्रश सिरप है। जो किडनी की पथरी की समस्या को जड़ से खत्म कर देगा। यह आयुर्वेदिक औषधिकिडनी की पथरी के लिए रामबाण इलाज है।
किडनी में पथरी होने के कुछ लक्षण:
पेशाब में झाग आना.
आंखों के आस-पास सूजन होना
पेशाब करने में कठिनाई
ठीक से नींद न आना
बार-बार पेशाब लगना.
पेशाब में खून आना.
ज़्यादा थकान महसूस होना
त्वचा में सूखापन और खुजली होना.
निष्कर्ष:
किडनी की पथरी एक आम समस्या है, लेकिन किसी खास डाइट का पालन करके और जीवनशैली में बदलाव लाकर इनको सही किया जा सकता है
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